यदि हम आज विश्व व्यापार की ओर दृष्टि डालते हैं। तो यह देखने को मिलता है कि व्यापार करने के तौर-तरीकों में व्यापक परिवर्तन आ गया है। आज दुनियाभर के प्रबंधकों जिन्हें कि आमतौर पर मैनेजर कहा जाता है, उनकी मानसिकता में इतना बदलाव आया है कि वे यह सोचने लगे हैं कि केवल संसाधनों की खपत से ही काम नहीं चलने वाला है। क्योंकि संसाधन न केवल सीमित हैं इस लिए आज वह अपने विचार धारा मे परिवर्तन कर रहे है।
इसको AIS नाम से भी जाना जाता है। यह ऐसे चीज है जो रुल्स और सिस्टम से मिल कर बना होता है। यह ऐसा सॉफ्टवेयर है जो डाटा को एकट्ठा करता है। और इसका प्रयोग डीसीजन लेने के लिए किया जाता है। यह कंप्युटर पर आधारित है। जो कि एकॉउन्ट इनफार्मेशन को ट्रैक करता है और इनफार्मेशन टेक्नॉलजी के माध्यम से उसका प्रयोग करता है।
एकाउंटिंग इनफार्मेशन सिस्टम की प्रक्रिया –
इसलिए व्यापार जगत में ऐसे लोगों ने अपने सिर सफलता का सेहरा बाँधा है जो लोगों को जिनका दिमाग किसी भी तरह के व्यापारिक मौसम तथा परिस्थितियों को आसानी से शिरोधार्य कर व्यापार को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सके। उनके पास जो आवश्यक कौशल हो, वह न केवल व्यापार के चालक के रूप में उनसे कार्य करवा सके बल्कि वह समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह भी उतने ही कौशल से कर सके। जितना आवश्यक होता है।
एकाउंटिंग इनफार्मेशन सिस्टम की प्रक्रिया को 3 भागों मे बाट सकते है
collect and store data –
डाटा को एकट्ठा करना –
इसके अंतर्गत किसी भी व्यवसाय मे डाटा को उसके बिजनेस के माध्यम से और उस व्यवसाय मे होने वाले ट्रैन्सैक्शन के माध्यम से उसका जर्नल ,लेजर ,आदि बना कर और उसके प्रारम्भिक डॉक्यूमेंट को लेकर उसका सेल्स ऑर्डर ,सेल्स इन्वाइस ,खरीद रसीद आदि को रखते है। यह एक प्रोसेस होता है जिसके अनुसार हम जरूरत के अनुसार डाटा को एकट्ठा करते है ।
उदाहरण –
जैसे हमे परीक्षा के लिए जिस सब्जेक्ट की परीक्षा है उसको पढ़ते है और उसकी जानकारी इकट्ठा करते है इसको डाटा कलेक्शन कहते है।
डाटा को 2 प्रकार से एकट्ठा किया जा सकता है। पहला होता है प्रारम्भिक डाटा और दूसरा होता है सेकन्डेरी डाटा सेकन्डेरी डाटा वह डाटा होता है जिसमे पहले से मार्केट मे आ चुका है जिसको पहले से किसी के द्वारा प्रस्तुत किया गया है
प्राइमरी डाटा खुद से प्रस्तुत की जाती है जिसका डाटा प्राप्त करने के लिए आप खुद डाटा एकट्ठा करते है और उस पर रिसर्च करते है।
आज कल नया प्रबंधन इतना व्यापक क्षेत्र है कि वस्तुतः इसमें हम किसी भी क्षेत्र को शामिल कर सकते हैं और एक व्यापार तथा एक नए करियर विकल्प को इन क्षेत्रों से तलाशा जा सकता है। गत कुछ वर्षों में हमने देखा है कि प्रबंधन के क्षेत्र में एक से बढ़कर एक नए और संभावनायुक्त क्षेत्र उभरकर सामने आए हैं। इनमें डेयरी मैनेजमेंट, हॉस्पिटल मैनेजमेंट, एविएशन मैनेजमेंट, वेस्ट मैनेजमेंट, एग्री-बिजनेस मैनेजमेंट शामिल हैं, साथ ही रोजाना प्रबंधन का एक नया क्षेत्र इसमें आकर जुड़ रहा है। इसका सीधा-सा अर्थ यही है कि आज का युवा सपने ही नहीं देख सकता है बल्कि वास्तव में उन्हें साकार होता भी देख सकता है। और इसका प्रयोग करता है।
यह आपकी राय भी हो सकती है।
रिकार्ड ट्रैन्सैक्शन –
रिकार्ड ट्रैन्सैक्शन डाटा को जर्नल मे परिवर्तित करना होता है। इसमे 2 चीज आती है।
जर्नल अकाउंट का पहला भाग होता है अकाउनिंग की सुरुवात जर्नल से ही होता है। यह पहली एंट्री का प्रक्रिया है। और जब इसमे लिख लिया जाता है तो फिर लेजर मे इसको लिखते है।
जैसे आप बैंक मे पैसे जमा करते समय बैंक कर्मी आने वाले सभी पैसों को एंट्री करता जाता है तो यह जर्नल होता है और जब वह सबके अकाउंट मे भेजने लगता है तो पर व्यक्ति जो ट्रैन्स्फर करता है तो यह लेजर कहलाएगा ।
व्यापारिक संपत्ति को सुरक्षित करना -इसके अंतर्गत व्यापारिक संपत्ति से संबंधित सभी लेखा जोखा को तैयार किया जाता है। जिसमे व्यापार की संपत्ति मार्केटिंग ,सेल्स ,डेलीवेरी आदि का लेखा जोखा रखा जाता है।
बिजनस प्रोसेस मैनेजमेन्ट-
यह एक उदाहरण के रूप मे संचालन प्रबंधन में एक अनुशासन की प्रक्रिया है। जिसमें लोग व्यवसाय प्रक्रियाओं की खोज, मॉडल, विश्लेषण, माप, सुधार करने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग करते हैं। BPM व्यावसायिक प्रक्रियाओं का प्रबंधन करके कॉर्पोरेट प्रदर्शन को बेहतर बनाने पर केंद्रित किया जाता है।व्यवसाय प्रक्रिया प्रबंधन के साथसाथ किसी कंपनी को एक कदम पीछे ले जाती है और इन सभी प्रक्रियाओं को व्यक्तिगत रूप से देखती है। यह वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करता है और अधिक कुशल और प्रभावी संगठन बनाने के लिए किन क्षेत्रों मे सुधार हो सकता है उन के क्षेत्रों की पहचान करता है। और उन्मे सुधार करता है।
BPM उन प्रक्रियाओं के लिए है जो मुख्य रूप से मनुष्यों द्वारा प्रदान की जाती हैं। इनमें अक्सर व्यक्तियों द्वारा प्रदर्शन किए गए अनुमोदन और कार्य होते हैं। यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म एक अनुकूल उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस, आसान सूचना और त्वरित ट्रैकिंग पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं।
व्यवसाय प्रक्रिया प्रबंधन को शामिल करने के लाभ Benefits of Incorporating Business Process Management
आपके व्यवसाय में BPM का उपयोग करने के कुछ प्राथमिक लाभ इस प्रकार हैं:
अराजक और अनिर्दिष्ट प्रक्रियाओं का नियंत्रण हासिल करना चाहिए।
व्यावसायिक प्रक्रियाओं को बनाएं, मैप करें, विश्लेषण करें और उनपर सुधार करना चाहिए।
रोजमर्रा के ऑपरेशन को अधिक कुशलता से चलना
बड़े संगठनात्मक लक्ष्यों को तय करे ।
डिजिटल परिवर्तन की ओर अगसर करे।
पेचीदा संचालन में सुधार और अनुकूलन करें
जैसे ही वे वर्कफ़्लो के माध्यम से बढ़ते हैं, व्यक्तिगत वस्तुओं को बारीकी से ट्रैक करते हैं। आज हमने इसके माध्यम से इनफार्मेशन टेक्नॉलॉजी के बारे मे बताया है यदि आप हमे इससे संबंधित कोई सुझाव देना चाहते है तो कृपया हमे कमेन्ट करे । या फिर यदि आप इससे संबन्धित कोई सुझाव या जानकारी देना चाहते है।या आप इसमे कुछ जोड़ना चाहते है।या फिर आपको इन धाराओ मे कोई त्रुटि दिख रही है तो उसके सुधार हेतु भी आप अपने सुझाव भी भेज सकते है।
हमारी Hindi law notes classes के नाम से video भी अपलोड हो चुकी है तो आप वहा से भी जानकारी ले सकते है। कृपया हमे कमेंट बॉक्स मे जाकर अपने सुझाव दे सकते है।