पार्टनर्शिप यानि की साझेदारी क्या होता है। इसकी परिभाषा और लक्षण

Partnership Act 1932- An Introduction- Hindi Law Notes

पार्टनर्शिप एक्ट 1932 मे पार्टनर्शिप को विस्तार से बताया गया है। यह 1 अक्टूबर 1932 से लागू हुआ है, यह …

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Audit (ऑडिट) क्या होता है। यह कितने प्रकार का होता है। tax audit (टैक्स ऑडिट) क्या होता है।

Audit and types of audit- an introduction- Hindi Law Notes

आज हम आपको ऑडिट के बारे मे जानकारी देंगे। अगर आपको इस विषय से संबन्धितकोई प्रश्न जानना है तो आप …

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सेक्रेटरियल स्टैंडर्ड 1 के अनुसार BOARD MEETING (बोर्ड मीटिंग) क्या होता है? इसका प्रोसैस क्या है?

Secretarial standard 1 board meeting- Hindi Law Notes

Applicability- यह बोर्ड मीटिंग और कमेटी मीटिंग मे लागू होता है। Non applicability- यह वन पर्सन कंपनी पर लागू नही …

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REGISTRATION ACT 1908 रजिस्ट्रेशन क्या होता है? यह क्यों जरूरी है?

What is Registration Intro and its importation- Hindi Law Notes

जैसा की आप सभी लोग जानते है रजिस्ट्रेशन   एक्ट 1908 बहुत ही महत्वपूर्ण एक्ट है इसमे 2001 मे अमेंडमेंट हुआ परंतु यह उतना खाश नही था। इसलिए यही महत्वपूर्ण एक्था । यह प्रोपेर्टी का रजिस्ट्रेशन होता है । और यह प्रोपेर्टी कई प्रकार की होती है। यह आम व्यक्ति के लिए रजिस्ट्रार् द्वारा खुला रहता है। रजिस्टर डॉक्यूमेंट पब्लिक डॉक्यूमेंट होता है। इस डॉक्यूमेंट को किसी भी व्यक्ति द्वारा कभी भी फीस दे कर देखा जा सकता है।  परिचय – रजिस्ट्रेशन एक्ट 1908 1 जनवरी 1909 से लागू हुआ था। यहा पर रजिस्ट्रेशन का मतलब रजिस्ट्रार के पास आरिजिनल डॉकयुमेंट की कॉपी को सुरक्षित रखना होता है। रजिस्ट्रेशन एक्ट 1908 डॉकयुमेंट को रजिस्टर करने का लॉं है। रजिस्ट्रेशन एक ऐसा प्रोसैस है जिसमे डॉकयुमेंट को सुरक्षित रखा जा सकता है। जब सरकार टैक्स लेती है तो movable और immovable  प्रॉपर्टि दोनों मे टैक्स लेती है। और इसके लिए रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। immovable  प्रॉपर्टि की आयु लंबी होती है और वह सालो साल टिकी रहती है। या जमीन होती है वह लंबे समय तक रहती है और इसके लिए ownership का केस बहुत आता है इसलिए यहा रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है। Movable प्रॉपर्टि की वैल्यू जायदातर घट जाती है परंतु immovable  प्रोपेर्टी की वैल्यू बढ़ती जाती है । और इसमे ट्रान्सफर का इशू बना रहता है इसलिए इसका लीगल प्रूफ होना जरूरी है। इसका पूरा इतिहास जानने के लिए और रिकॉर्ड बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। आने वाले समय मे किसकी कितनी वैल्यू है यह जानने के लिए रजिस्ट्रेशन आवश्यक है । इसका उद्देश्य रजिस्ट्रेशन के सभी नियम को मिला कर एक एक्ट बनाया जाये इसलिए यह एक्ट बनाया गया। रजिस्ट्रेशन एक्ट का कारण- यह पब्लिक को इंफोर्मेशन प्रदान करने के लिए बनाया गया एक्ट है जिसके द्वारा पब्लिक को यह दायित्व और अधिकार प्रदान कर सकता है कि वह रजिस्ट्रेशन से संबंधित कानूनी जानकारी ले सकता है। यह लीगल डॉक्यूमेंट होता है और यह फ्राड से बचाता है।  रजिस्ट्रेशन एक्ट मे उन सबको रजिस्ट्रेशन करना आवश्यक है जिसको रखना जरूरी है। यह गवर्नमेंट ऑफिस मे सुरक्षित रखी जाती है। इसको सुरक्षित रखने से ownership का इशू खत्म हो गया । यदि प्रोपेर्टी के राइट मे यदि कोई चेंजमेंट आता है तो इसका रजिस्ट्रेशन आवश्यक है।  ऐसा कुछ जो कुछ समय तक ही चलने वाला है उसका रजिस्ट्रेशन आवश्यक नही है। उदाहरण – मिस्टर व ने ज को गिफ्ट देना चाहता था परंतु ज यदि गिफ्ट को ले लिया तब यह उनके मालिक हो गए परंतु इसका रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। इसका रजिस्ट्रेशन गिफ्ट देने के 4 महीने के अंदर हो जाना चाहिए । और इसका रजिस्ट्रेशन फीस देना आवश्यक है। डॉक्यूमेंट- सेक्शन 3 (18) जनरल क्लॉज़ एक्ट 1987 के अनुसार- डिक्युमेंट का मतलब कोई भी मामला जो लिखित हो या एक्सप्रेसेड हो, कोई भी लेटर , या फिगर जो किसी भी मैटर को रिकॉर्ड करने के लिए आवश्यक हो। कुछ ऐसे डॉकयुमेंट भी होते है …

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Membership Company Act 2013

Membership in a company (Company Law)- Hindi Law Notes

सेक्शन 2 (55) के अनुसार मेंबरशिप को परिभाषित किया गया है।  वह subscriber जिसका नाम memorandam of association मे लिखा गया है वह कंपनी का पहला …

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